गम जुदाई का

गम जुदाई का सह न पायेंगे
बिन तुम्हारे यूँ न रह पाएंगे।

आँख के जाम से
छलकेगी हमारी उल्फत,
दर्द होठों से न कह पायेंगे ।
दिल के शीशे में अक्स है तेरा
तेरी तस्वीर से क्यूं करके सुकून पाएंगे।
चाँद हमको नही भाता,
ये क्या हुआ है हमें?
तपिश जो चांदनी में,
हम वो सह न पाएंगे।

मौत आई थी हमें
साथ लिवाने के लिए
कहा हमने कि...
वो नही हैं हम न जायेंगे।

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